तुम्हारी चीख ,द्वन्द, कोलाहल
मेरी चीख ,द्वन्द ,कोलाहल
बैठे हम पास मौन !!!!
मेरी चीख ,द्वन्द ,कोलाहल
बैठे हम पास मौन !!!!
बँटवारा कमरों का
बँटवारा दिलों का
आँगन का बूढ़ा पेड़ मौन !!
बँटवारा दिलों का
आँगन का बूढ़ा पेड़ मौन !!
प्रयत्न मेरा
प्रयत्न तुम्हारा
बंद दिल के दरवाजे मौन!!
प्रयत्न तुम्हारा
बंद दिल के दरवाजे मौन!!
हँसते ठहाके
फैलता व्यापार
दरवाजे पर पड़ी चप्पलें मौन !!!
बढते रिश्तें
पनपती कोपलें
सिकुड़ता जड़ मौन!!
पनपती कोपलें
सिकुड़ता जड़ मौन!!
तुम्हारा साथ ,उसका साथ
सबका साथ
मै अकेली मौन !!!
सबका साथ
मै अकेली मौन !!!
जाती पूरी
धर्म पूरा
अधूरी इंसानियत मौन !!
धर्म पूरा
अधूरी इंसानियत मौन !!